मैड़ी (ऊना)। राजकीय उच्च पाठशाला मैड़ी में प्रार्थना सभा के दौरान 11 छात्रों की अचानक तबीयत बिगड़ गई। वे अचानक गश खाकर गिरने लग पडे़। इस कारण बच्चों को अस्पताल में दाखिल करवाना पड़ा। स्कूल प्रशासन की ओर से 108 नंबर एंबुलेंस के माध्यम से सभी बीमार विद्यार्थियों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अंब लाया गया। यहां उनका उपचार किया गया।
सवाल उठता है कि क्या चिलचिलाती गर्मी की तपिश में बच्चों को चक्कर आए या उन्हें विद्यालय परिसर में लगे हैंडपंप का पानी पीना महंगा पड़ गया। बताया जा रहा है कि जितने भी बच्चे प्रार्थना सभा में अचानक बीमार पड़े, उन्होंने विद्यालय में आते समय हैंडपंप का पानी पिया था। पानी पीने के बाद अचानक सेहत बिगड़ने लगी और बच्चे पेट दर्द की शिकायत करने लग। उन्हें उल्टियां आने लगीं। आरती, शिवानी, विशाल कुमार, राखी, विशाल सिंह, प्रिया, कोमल, अनुज, अभिषेक और राखी समेत 11 बच्चों को बीमार हालत में अंब चिकित्सालय में लाया गया। इनका देर शाम तक इलाज चलता रहा। उपचार के बाद सभी बच्चों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।

दूषित पानी से होता है यह रोग : डा. पंकज
सीएचसी अंब के चिकित्सक डा. पंकज पराशर ने बताया कि 11 बच्चों को अंब अस्पताल लाया गया था। बच्चे गैस्टासाइट्स नामक बीमारी से ग्रस्त पाए गए। दूषित पानी से यह रोग होता है। उपचार के बाद बच्चों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।

स्कूल प्रधानाचार्य दलवीर सिंह का कहना है कि विद्यार्थी हैंडपंप का पानी पीने के बाद बीमार हुए हैं। आईपीएच विभाग को भी मामले से अवगत करवा दिया गया है। छात्रों की हालत में कुछ सुधार हुआ है।

हैंडपंप को बंद किया जाएगा : सहायक अभियंता
सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग के सहायक अभियंता सुभाष धीमान का कहना है कि हैंडपंप को बंद किया जाएगा। हैंडपंप से पानी का सैंपल लेकर इसकी जांच करवाई जाएगी। इस मामले में उचित कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

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